Fight for War and love - 1 Mini द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Fight for War and love - 1


(नोट - ये कहानी बिल्कुल काल्पनिक है किसी भी जीवित या मृत इंसान और जगह से कोई ताल्लुक नहीं यह केवल पाठकों के मनोरंजन के लिए लिखा है )

"भारत में घुसपैठ एक संवेदनशील बात है जहां आतंकी. हमेशा घुसपैठ कर भारत के अमन चैन को मिटाने के लिए होता रहा है .

दिल्ली खुफिया संस्थाओं में इंटेलिजेंट ब्यूरो की एक रिपोर्ट आई थी जिसके अनुसार तिब्बत बॉर्डर पर घने जंगलों में कुछ आतंकवादी और चीनी सेनाओ ने कब्जे कर यहां के कुछ जवान को किडनैप किया है साथ ही वह वहां कैंप चल रहे हैं , यहां भी पाकिस्तान के आतंकवादी सरगनाओ ने चीनी सेनाओ से मिलकर यह कुछ बड़ा करने के लिए मंसुबे तैयार कर रहा था.....

भारतीय खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार यहां बेस कीमती हथियारों की मदद से आतंकवादी देश में किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की सोच रहे थे इसलिए उन्हें रोकना जरूरी था उन्हें रोकना जरूरी है साथ ही भारतीय किडनैप हुए जवानों को छुड़ाने की एक सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत थी इसीलिए केंद्रीय कमिश्नर ने मदद मांगी एनएसजी कमांडो से यह मिशन बहुत हाई प्रोफाइल था इसका काम को लगभग एक महीना होने को आया आखिर में एन एस जी कमांडो पता लगते ही इस बॉर्डर पर आधी रात को पहुंचे वो काले रंग के कपड़े और चेहरे पर काले रंग से सने हुए थे एक से बढ़कर एक अत्याधुनिक रायफल वा लांचर के साथ...

अभिमन्यु ओबेरॉय 27 साल का आर्मी ऑफिसर है ,वो अपने 8 साल की सर्विस में करीब कई दर्जनों से भी ज्यादा सिगरेट मिशन किया है जिसमें से यह हाई प्रोफाइल ऑपरेशन था जिसकी जानकारी किसी भी देश के मीडिया को या देश के मीडिया को भी खबर नहीं होना चाहिए था...

NSG सीक्रेट मिशन कई महीनो से इसके लिए काम कर रहा था , यह पहला मौका था अभिमन्यु ओबेरॉय अपनी शादी के बाद जब वो छह महीने तक घरवालों के कॉन्टैक्ट में नहीं था , अभिमन्यु का हर मिलिट्री ऑपरेशन में सक्सेजफुल देने के लिए तैयार रहता है , यह ऑपरेशन के लिए कई हफ्तों की कड़ी रात दिन के जांच से मिलिट्री इंटेलीजेंस के घेरे पर ये रिपोर्ट तैयार करने के बाद कहीं जाकर NSG आर्मी को इस बिग गेमर चीन सेना और आतंकवादी कैंप का पता लगा था और इस मिशन के तहत उन्हें यह कैंप तबाह करना था और उनकी जानकारी भूलकर भी किसी भी मीडिया तक नहीं जानी चाहिए ...

भारत के केंद्रीय मंत्री की कमेटी और मिलिट्री के बड़े जनरल वा कर्नल जनरल के साथ कुछ मेजर और कैप्टन ने मीटिंग पर डिस्कशन हुआ ," मीडिया के साथ चीन को पता चला तो वो बहुत हंगामा कर सकता है और इसे अपने लिए इनोसेंट बना कर हर देश से मदद मांगता जबकि भारत हमेशा शांति चाहता था, इस सीक्रेट मिशन में फैसला हुआ सर्जिकल स्ट्राइक वो भी रात दो बजे के बाद होगा फिर मिलिट्री के हाईकमान ने अभिमन्यु ओबेरॉय पर विश्वास जताया और उसे फिर चुना इस मिशन के लिए फिर प्लानिंग हुई सबसे पहले एयर फोर्स की मदद मांगी जाए...

एयरफोर्स मिलिट्री ने मदद के लिए हाथ आगे किया और अभिमन्यु दो किलोमीटर की दूरी पर एयरक्राफ्ट से पैराशूट के जरिए उतरकर वहां तक पहुंचेगी इस बात को आधिकारिक तौर पर रजामंदी मिली और मिशन को अंजाम देने के लिए प्रक्रिया शुरू हुआ...


To be continued....